चंडीगढ़। नरेंद्र मोदी सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में करीब चार महीनों से किसानों का आंदोलन चल रहा है। शनिवार को पंजाब के मलोट शहर में प्रदर्शन कर रहे किसान उग्र हो गए। नाराज किसानों के एक ग्रुप ने अबोहर से बीजेपी विधायक अरुण नारंग के साथ धक्का-मुक्की की और कथित तौर पर उनके कपड़े फाड़ दिए। इसके बाद उन्हें दौड़ा लिया।
नारंग के समर्थकों ने कहा कि विधायक पर कुछ लोगों ने हमला किया, जिससे वह घायल हो गए। उनके कपड़े प्रदर्शनकारियों ने फाड़ दिए, उन पर काली स्याही भी फेंकी। हालात को देखते हुए बीजेपी नेता तुरंत वहां से चले गए। विधायक के साथ अभद्रता का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
मुझ पर हमले के पीछे अमरिंदर सरकार: अरुण नारंग
बीजेपी विधायक अरुण नारंग ने आरोप लगाया कि इस घटना के पीछे पंजाब की कांग्रेस सरकार का हाथ है। बीजेपी कार्यालय में मीडिया को संबोधित करने के लिए नारंग जैसे ही मुक्तसर जिले के मलोट पहुंचे तो हंगामा शुरू हो गया। प्रदर्शनकारी वहां पहले से ही जुटे हुए थे। उन्होंने नारंग से कहा कि वे केंद्र द्वारा पारित कृषि कानून किसानों के खिलाफ हैं।
एक पुलिस अफसर को भी आई चोट
प्रदर्शनकारियों ने विधायक को कार्यक्रम स्थल तक नहीं पहुंचने दिया और उनके वाहन पर काला रंग पोत दिया। इसमें पुलिस को विधायक की सुरक्षा सुनिश्चित करने और उन्हें बचाने की कोशिश करते हुए देखा जा सकता है। हाथापाई में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को भी चोटें आईं। प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष अश्विनी शर्मा सहित पार्टी के नेताओं को केंद्र के तीन कृषि कानूनों का समर्थन करने के कारण पिछले साल अक्टूबर से ही किसानों के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है।
अमरिंदर ने किसानों को हमले के लिए उकसाया: बीजेपी
अपने विधायक पर किसानों की तरफ से हमला होने के बाद बीजेपी ने विरोध जताया है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग का कहना है कि पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने किसानों को विधायक पर हमला करने के लिए उकसाया है। चुग ने कहा कि पंजाब में बीजेपी पर हमले तब से चल रहे हैं जब से किसान आंदोलन शुरू हुआ है। पंजाब में बीजेपी की आवाज को दबाने के लिए कैप्टन अमरिंदर इस तरह के हमले करवा रहे हैं। महासचिव ने कहा कि बीजेपी विधायक पर हुए जानलेवा हमले ने पंजाब की कानून-व्यवस्था की जर्जर स्थिति को जाहिर कर दिया है।