टीएमयू में फैकल्टी ऑफ़ एजुकेशन के स्काउट शिविर का समापन
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो. रघुवीर सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि बोले, शिक्षक ऐसा होना चाहिए, जो छात्रों के अंदर छिपे हुए हुनर को पहचान कर उनका सर्वांगीण विकास कर सकें। उन्होंने छात्रों को अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने और शिक्षा के सही अर्थ को सार्थक करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने जीवन में अनुशासन और सहयोग की भावना से कार्य करने के महत्व पर भी प्रकाश डाला। प्रो. सिंह फैकल्टी ऑफ़ एजुकेशन के पांच दिनी स्काउट-गाइड शिविर समापन में बोल रहे थे। इससे पूर्व कुलपति समेत परीक्षा नियंत्रक डॉ. प्रदीप कुमार अग्रवाल, एसोसिएट डीन डॉ. मंजुला जैन, ज्वाइंट रजिस्ट्रार डॉ. पीएन अरोरा, निदेशक छात्र कल्याण प्रो. एमपी सिंह, स्काउट-गाइड के जिला संगठन आयुक्त भारत स्काउट-गाइड श्री गौरव सक्सेना, जिला सचिव श्री राजीव पाठक, श्रीमती विमला कश्यप, कॉलेज की प्राचार्या डॉ. रश्मि मल्होत्रा, डॉ. कल्पना जैन, डॉ. अशोक लखेरा, डॉ. विनोद जैन, श्री रत्नेश जैन का स्काउट-गाइड ने पुष्ष वर्षा करके स्वागत किया। इस मौके पर रंगोली के बीच दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ। समारोह के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया। अतिथियों से लेकर छात्र-छात्राओं तक सभी ने मास्क पहने हुए थे।


मुख्य अतिथि प्रो. सिंह और अतिथियों ने स्काउट-गाइड की ओर से निर्मित टैंटों- लोटस, लिली, सनफ्लॉवर आदि में जाकर छात्र-छात्राओं से सवाल भी किए। प्रो. सिंह ने टैंट की थीम, कैंप से क्या सीखा, जीवन में इसका कैसे क्रियान्वयन करेंगे, स्काउट गाइड के नियमों के बारे में पूछा। एसोसिएट डीन डॉ. मंजुला जैन ने कहा, यदि आप किसी व्यक्ति को कुछ दान दोगे तो उसका उपयोग चंद दिनों ही होगा, लेकिन यदि उसे कुछ सिखाओगे तो वह उसका जीवन पर्यन्त प्रयोग करेगा। एसोसिएट डीन ने स्काउट-गाइड से आह्वान किया, उन्होंने कैंप में जो भी सीखा है, उसे जीवन में जरूर उतारिएगा। उल्लेखनीय है, बीएड फोर्थ सेमेस्टर के इन छात्र-छात्राओं को इस शिविर में टैंट पिचिंग, फर्स्ट ऐड, पिरामिड, स्ट्रेचर आदि के बारे में प्रबुद्ध किया गया। समापन समारोह में डॉ. सुशील कुमार, नाहिद बी, मोहिता वर्मा, श्री गौतम आदि भी मौजूद रहे।