बरेली बदायूं मार्ग स्थित मां दुर्गा मंदिर प्रांगण में चल रही श्रीमद् भागवत कथा छठबें दिन कथा बाचक त्रिलोक कृष्ण मुरारी जी के मुखारविंद से भगवान की महारास की लीलाएं का बर्णन किया ।
कथा बाचक आचार्य जी ने कहा भगवान शंकर गोपी भेष बनाकर महारास में आए थे।वृंदावन में आज भी भगवान भोलेनाथ गोपेश्वर महादेव वन कर विराजमान हैं। भगवान श्री कृष्ण ने काम ,क्रोध, मद ,लोभ, मातर्सय पांचों पर विजय प्राप्त कर कर कामदेव को हराया , भगवान ने ब्रज में अनेकों अनेक लीलाएं की फिर कंस ने अपने मथुरा में बहुत भारी मेला का आयोजन रखा तो अक्रूर जी को भेजा कृष्ण भगवान को लाने के लिए अक्रूर जी महाराज कृष्ण भगवान को मथुरा लेकर आए और भगवान ने धनुष यज्ञ भंग किया उसके पश्चात कुव्वालियां पीड हाथी को पछड़ा और कंस को मारकर अपने मात पिता को जेल मुक्त किया और भगवान गुरुकुल पढ़ने।

और अंत में द्वारिका के राजा बनकर रुकमणी से बिबाह किया। आज के कार्यक्रम में नगर पालिका चेयरपर्सन दीपमाला गोयल, जिला सहकारी बैंक चेयरमैन उमेश सिंह राठौर, डाक अधीक्षक मनोज गुप्ता, पूर्व सभासद नन्हे लाल कश्यप , मंदिर समिति के अध्यक्ष राजाराम कश्यप ,सचिव पुनीत कश्यप, निखिल गुप्ता, नरेश कुमार, सुदेश यादव ,योगेंद्र सागर, हिमाशु कश्यप , जोगेन्द्र पांडे ,बसंत पटवा , कार्यक्रम में उपस्थित रहे।