बरेली बदायूं मार्ग स्थित दुर्गा मंदिर प्रांगण में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के तृतीय दिवस पर कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य व सासंद संघमित्रा मौर्य और शेखूपुर विधायक धर्मेन्द्र शाक्य ने पहुंच कर माता का आशीर्वाद प्राप्त किया और कथा का श्रवण किया।इस मोके पर मन्दिर प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष राजाराम कश्यप व सचिव पुनीत कुमार कश्यप एडवोकेट ने फूल माला डालकर व शाल और पटका पहना कर स्वागत किया।


इस मौके पर पधारे सभी अतिथियों ने मन्दिर के विकास के लिए हर सम्भव सहयोग का आश्वासन दिया।
कथा व्यास त्रिलोक कृष्ण मुरारी जी के मुखारविंद से आज हमने तृतीय दिवस में हमने सुना शंकर जी का अपमान राजा दक्ष प्रजापति ने कर दिया था। अपमान करने के बाद हरिद्वार में एक बहुत विशाल यज्ञ का आयोजन किया और भगवान शंकर को उस यज्ञ में भाग नहीं दिया ना ही कोई निमंत्रण भेजा। सती जी को पता चला पिताजी यज्ञ करा रहे हैं तो सती जी से रहा नहीं गया और यज्ञ में चली गई l पर जब यज्ञ में पहुंची जब देखा की यज्ञ में भगवान शंकर का भाग नहीं है l तो क्रोध में सती जी ने अपने शरीर को समाप्त कर दिया। भगवान शंकर को क्रोध आया भगवान शंकर के क्रोध से वीरभद्र प्रगट हुए और वीरभद्र ने समस्त यज्ञ विध्वंस कर दिया और अगले जन्म में सती जी पुनः हिमालय की पुत्री बनकर पार्वती के रूप में प्रकट हुई और पुनः शंकर जी को प्राप्त किया
इस मौके पर पूर्व सभासद नन्हें लाल कश्यप , बसन्त देवल, योगेन्द्र सागर, नौरंगी लाल कश्यप, नीरज कश्यप, उपेन्द्र कश्यप, कमल कश्यप, नितिन कश्यप, जोनी कश्यप, कमल कश्यप, यश, विश्वनाथ मौर्य, विशाल वैश्य जोगेन्द्र पांडे आदि भक्त उपस्थित रहे।