- आदर्श नगर में चल रही भागवत कथा पश्चात विशाल भंडारा 21 को
- उसहैत चेयरमैन सैनरा वैश्य एव भाजपा नेत्री रजनी मिश्रा ने कथा में पहुँचकर लिया कथा व्यास जी से आशीर्वाद,
आदर्श नगर में चल रही सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के षष्ठम दिवस प्रातः बेला में महालक्ष्मी यज्ञ आचार्य श्री सुरेंद्र कुमार भारद्वाज (नरवर वालो) के कुशल निर्देशन में संपन्न हुआ। जिसमें मुख्य यजमान के रूप में कमलेश गुप्ता व दिनेश गुप्ता सपत्नीक रहे। साथ ही जी0एस0 हीरो के स्वामी अनमोल गुप्ता, अनुपम गुप्ता (जिम्मी) एवं अनूप तोमर अति विशिष्ट यजमान के रूप में उपस्थित रहे।

वृंदावन धाम से पधारे कथा प्रवक्ता आचार्य कथा व्यास राजीव कृष्ण भारद्वाज ने कहा कि जब इंद्र के द्वारा अपनी अहंकार रूपी शक्ति दिखाते हुए घनघोर जल की बारिश की गयी तो प्रभु ने गिरिराज जी को धारण कर अपने समस्त भक्तों की रक्षा की। अतः हमें अहंकार नहीं करना चाहिए। प्रभु को वश में करने का एकमात्र साधन भक्ति है जिसे स्वयं प्रभु ने अपने श्री मुख से भागवत के नवम स्कंध में कहा है “अहं भक्त पराधीनो ह्यस्वतन्त्र इव द्विज”।कथा व्यास जी ने बताया कि जब भक्तों की साधना पूर्ण हो जाती है तो उन्हें ईश्वर की प्राप्ति होती है।
रासलीला के प्रसंग में कहा कि शरद पूर्णिमा की रात को जब गोविंद ने अपनी बंशी को बजाया तो सभी गोपियां अपने कार्य छोड़ कर मिलने पहुँची तो प्रभु ने उन सभी को उनके पतिव्रता धर्म को विस्तार से समझाया। कथा व्यास राजीव कृष्ण जी ने कहा कि रासलीला काम पर विजय प्राप्त करने की लीला है।
मथुरा गमन प्रसंग में व्यास जी ने विदा नंदलाल विदा विदा गोपाल विदा भजन गाया जिससे कथा पंडाल में मौजूद सभी श्रोताओं की आंखों से अश्रुपात होने लगा।
गोपियों को समझाते हुए उद्धव ने कहा गोपियों तुम्हें सब कुछ त्याग कर निराकार निर्गुण ब्रह्म का ध्यान करना चाहिए जो बिना हाथों के खाता है बिना पैरों के चलता है। उसी में मन को एकाग्र करना चाहिए तो गोपियों ने कहा है उधर मन तो हमारे पास है ही नहीं एक मन ही तो था जो हमारे प्यारे श्याम सुंदर के साथ ही चला गया है। उधो मन न भये दशवीस
एक हूं तो सो गयो श्याम संग अब को आराधे ईश।
कथा के अंत में कृष्ण रुक्मणी की मनमोहक झांकियों ने सभी श्रद्धालुओं का मन मोहा।
गोपाल शर्मा ने समस्त धर्म प्रेमियों से 21 फरवरी दिन रविवार को भागवत कथा पश्चात विशाल भंडारा का आह्वान किया।
इस मौके पर यज्ञ आचार्य सुरेंद्र कुमार भारद्वाज (नरवर वाले), उसहैत चेयरपर्सन सेनरा वैश्य, आचार्य ब्रह्मदेव वशिष्ठ, कमलकांत वशिष्ठ, आदेश तिवारी, कमलेश गुप्ता, रजनी मिश्रा, शशांक गुप्ता, उत्कर्ष गुप्ता, कामेश दत्त पाठक, आयुष भारद्वाज,सुमित मिश्रा, अमित शर्मा, अनूप तोमर, दुर्गेश तोमर, अनुपम जिम्मी समेत तमाम धर्म प्रेमी मौजूद रहे।