बदायूँ जनपद में संस्कृत भाषा के उत्थान का बीड़ा डा. राधेश्याम अवस्थी “रसेन्दु” के सान्निध्य में उठाया गया है आज की परिपाटि में दम तोड़ती हुयी देववाणी संस्कृत भाषा को पुनर्जीवित करने हेतु नगर में संस्कृत भारती का गठन प्रारम्भ किया जा रहा, इसके लिए डा. रसेन्दु घर – घर जाकर संस्कृत निष्ठ गणमान्यों को स्वयं व अपने शिष्यों आचार्य एस. के.शब्देन्दु, पं. मनू मिश्र, शिवम दुबे, कल्प मिश्र आदि के द्वारा प्रयास शुरू कर दिया है


आज इसी संदर्भ में डॉ रसेन्दु ने अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद के जिलाध्यक्ष प्रदीप कुमार शर्मा, समाजसेवी रजनी मिश्रा से घर जाकर संस्कृत वार्षिक योजना दिग्दर्शिका भेंट की साथ ही सभी से इस प्रयास में सहयोग की अपील की।इस प्रयास को मूर्तरूप देने के लिये पं.रामाशंकरभारद्वाज,अश्विनी भारद्वाज पं. प्रदीप शर्मा ,अजय मिश्र,रामबहादुर पाण्डेय, श्रीमति रजनी मिश्रा,आयुष भारद्वाज के साथ मिलकर कार्यप्रणाली पर मन्थन किया।शीघ्र ही बदायूँ में संस्कृत भाषा को पुनर्जीवित करने के लिये किये जा रहे प्रयासों के सार्थक परिणाम सामने आने की उम्मीद जगी है।